<p style="text-align: justify;"><strong>Employee Provident Fund Organisation:</strong> ईपीएफओ बोर्ड ( EPFO) की बैठक मार्च महीने 2022 के पहले हफ्ते में असम की राजधानी गोवहाटी में हो सकती है. माना जा रहा है इस बैठक में श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में 2021-22 के लिये ईपीएफ के ब्याज दर ( Employee Provident Fund Interest Rate) पर ईपीएफओ बोर्ड फैसला ले सकती है. </p> <p style="text-align: justify;">साल 2021-22 के लिए ईपीएफ ब्याज दरों को लेकर ईपीएफओ की फाइनैंस इंवेस्टमेंट एंड ऑडिट कमिटी की बुधवार को बैठक होने वाली है. इस बैठक में ईपीएफओ की कमाई पर चर्चा की जाएगी. ये कमिटी सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज को ईपीएफ ब्याज दरों को लेकर अपना सुझाव देगा जिसके आधार पर ईपीएओ बोर्ड आखिरी फैसला लेगी. </p> <p style="text-align: justify;">2021-22 के लिये ईपीएफ ब्याज दर पर चर्चा<br />माना जा रहा है कि 2021-22 के लिये ईपीएफ ब्याज दर 8.5 फीसदी ही रहने के आसार हैं. आने वाले विधानसभा चुनावों और महंगाई के मद्देनजर ब्याज दर में छेड़छाड़ की गुंजाईश बेहद कम है. साल 2020-21 के लिये 6 करोड़ ईपीएफ धारकों को 8.5 फीसदी ब्याज देने पर निर्णय हुआ है जो कि खाताधारकों के खाते में ब्याज की रकम को ट्रांसफऱ किया जा चुका है. </p> <p style="text-align: justify;">EPFO में हर महीने 15000-16000 करोड़ रुपये डिपॉजिट<br />EPFO में हर महीने करीब 15000-16000 करोड़ रुपये डिपॉजिट किया जा रहा है. माना जा रहा है कि 2021-22 में EPFO का डिपॉजिट 1.8 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.9 लाख करोड़ रुपये के बीच रह सकता है. इसमें से 15 फीसदी रकम का निवेश Equity में तो बाकी बचे रकम को Debt Instrument में निवेश किया जाता है. </p> TAG : business news, bussiness news, business , latest news,recent news,breaking news,news SOURCE :
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