MASIGNASUKAv102
6510051498749449419

HDFC Bank Hikes Rates: EMI हुई और महंगी, HDFC Bank ने महंगा किया कर्ज

HDFC Bank Hikes Rates: EMI हुई और महंगी, HDFC Bank ने महंगा किया कर्ज
business news

<p style="text-align: justify;"><strong>HDFC Bank Hikes MCLR:</strong> अगर आपने देश के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) से कर्ज ले चुके हैं या लेने की तैयारी में हैं तो आपको झटका लगने वाला है. &nbsp;एचडीएफसी बैंक ने एक बार फिर से कर्ज महंगा कर दिया है. एचडीएफसी बैंक ने अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट यानी एमसीएलआर (MCLR) में 10 &nbsp;बेसिस प्वाइंट बढ़ोतरी करने का फैसला किया है. एचडीएफसी बैंक की नई दरें 7 सितंबर, 2022 से लागू हो गई है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>कितना बढ़ा MCLR</strong><br />एचडीएफसी बैंक ने 7 सितंबर, 2022 यानि आज से &nbsp;एक साल के लिए एसीएलआर को 8.10 फीसदी से बढ़ाकर 8.20 फीसदी कर दिया गया है. &nbsp;6 महीने के एमसीएलआर रेट को 7.95 फीसदी से बढ़ाकर 8.05 फीसदी, तीन महीने के 7.85 फीसदी से बढ़ाकर 7.95 फीसदी, तीन महीने के 7.90 फीसदी से बढ़ाकर 8 फीसदी कर दिया है. ओवरनाइट एसीएलआर को 7.80 फीसदी से बढ़ाकर 7.90 फीसदी कर दिया गया है. इसी दर से कई प्रकार के रिटेल लोन जुड़े हुए हैं.&nbsp;</p> <p style="text-align: justify;"><strong>रेपो रेट बढ़ने का असर&nbsp;</strong><br />बीते मई से लेकर अगस्त महीने के बीच आरबीआई (RBI) ने तीन चरणों में रेपो रेट (Repo Rate) में 1.40 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है जिसके बाद रेपो रेट 5.40 फीसदी हो गया है. जिसके बाद बैंकों के लिए आरबीआई से कर्ज लेना महंगा हो गया है तो उसका भार लगातार बैंक कस्टमर्स पर डाल रहे हैं. एचडीएफसी बैंक ने 7 जुलाई, 2022 को एचडीएफसी बैंक ने 20 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की थी. उसके बाद बैंक ने अगस्त महीने में भी रेपो रेट के बढ़ने के बाद एससीएलआर बढ़ाकर कर्ज महंगा कर दिया था. एचडीएफसी बैंक द्वारा MCLR बढ़ाने के बाद होम लोन (Home Loan), कार लोन (Car Loan), एजुकेशन लोन (Education Loan) और पर्सनल लोन (Personal Loan) समेत कई तरह के लोन अब महंगे हो जायेंगे साथ ही बैंक के ग्राहकों को महंगी ईएमआई चुकानी पड़ेगी.&nbsp;</p> <p style="text-align: justify;"><strong>क्या होता है MCLR</strong><br />आरबीआई के नए गाइडलाइंस के तहत कमर्शियल बैंक बेस रेट (Base Rate) के बदले मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट यानी एमसीएलआर के आधार पर कर्ज देते हैं. &nbsp;रेपो रेट में कोई भी बदलाव होने पर मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड में तब्दीली आती है. फ्लोटिंग रेट पर ग्राहकों ने जो लोन लिया हुआ है उसके रीसेट डेट जब आएगा तो नए एमसीएलआर के आधार पर ग्राहकों के लोन की ब्याज दरों तय की जाएगी जिसके बाद &nbsp;उनकी ईएमआई महंगी हो जाएगी.&nbsp;</p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें&nbsp;</strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong><a title="Explained: भारत बन गया 5वीं आर्थिक महाशक्ति, पर ये है कड़वी हकीकत!" href="https://ift.tt/G2Un1Si" target="">Explained: भारत बन गया 5वीं आर्थिक महाशक्ति, पर ये है कड़वी हकीकत!</a></strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong><a href="https://ift.tt/ghuUZbI Adani: कर्ज में डूबी है गौतम अडानी की कंपनियां? जानें अडानी समूह ने सफाई में क्या कहा</a></strong></p> <p style="text-align: justify;">&nbsp;</p> <p style="text-align: justify;">&nbsp;</p> TAG : business news, bussiness news, business , latest news,recent news,breaking news,news SOURCE : https://ift.tt/9xeFulc

Related Post

Leave your opinion on it.
:)
:(
hihi
:-)
:D
=D
:-d
;(
;-(
@-)
:P
:o
-_-
(o)
[-(
:-?
(p)
:-s
(m)
8-)
:-t
:-b
b-(
:-#
=p~
$-)
(y)
(f)
x-)
(k)
(h)
(c)
cheer
(li)
(pl)