Army Logistics Conference: रूस-यूक्रेन जंग में रसद की क्या है अहमियत, सेना प्रमुख ने बताया महत्व
<p style="text-align: justify;"><strong>Logistics In War:</strong> भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे (Manoj Pande) ने सोमवार को रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) का उदाहरण देते हुए संघर्षों में <strong>रसद</strong> के महत्व पर प्रकाश डाला. आर्मी लॉजिस्टिक्स कॉन्फ्रेंस में रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "जहां युद्ध में कमी के बहुत कम संकेत दिखाई दे रहे हैं, वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े लोगों के लिए महत्वपूर्ण सबक है. एक ऐसा सबक जो स्पष्ट रूप से सामने आया है, वह है गति, तीव्रता और पहुंच. सैन्य अभियानों की ताकत, चपलता और रसद समर्थन की क्षमता पर सवारी करती है."</p> <p style="text-align: justify;">आपको बता दें कि सेना रसद, जिसे सैन्य रसद के रूप में भी जाना जाता है, योजना बनाने और पुष्टि करने की प्रक्रिया को संदर्भित करता है कि सशस्त्र बलों की आवाजाही और रखरखाव पिछली योजनाओं और प्रक्रियाओं के अनुसार है. यह कर्मियों और सामग्री की खरीद, रखरखाव और वितरण से संबंधित है. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>'युद्ध सिर्फ सेनाओं के बीच नहीं लड़े जाते'</strong></p> <p style="text-align: justify;">सेना प्रमुख ने कहा, "युद्ध अकेले सेनाओं के बीच नहीं लड़े जाते हैं, वे पूरे राष्ट्र के प्रयास बनते हैं. युद्ध राष्ट्रीय लचीलापन का परीक्षण करते हैं और देश के संसाधनों और क्षमताओं को बढ़ाते हैं. रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष, जो पहले ही आधे साल के निशान को पार कर चुका है, एक उपयुक्त उदाहरण है."</p> <p style="text-align: justify;"><strong>'रसद पर निर्भर करती है युद्ध में जीत और हार'</strong></p> <p style="text-align: justify;">उन्होंने कहा कि यह एक तथ्य है कि सैन्य सफलता के लिए रसद उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि दैनिक भोजन दैनिक कार्य के लिए है. इसके अलावा, ऐसे कई उदाहरण हैं जो साबित करते हैं कि लड़ाई, अभियान और यहां तक कि युद्ध भी मुख्य रूप से रसद के कारण जीते या हारे गए हैं.</p> <p style="text-align: justify;">सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन, रूस और हाल ही में चीन द्वारा कुशल संयुक्त सैन्य-नागरिक संरचनाओं को लागू करने के लिए उठाए गए त्वरित कदम इस मुद्दे की तात्कालिकता को रेखांकित करते हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सेना रसद सम्मेलन में रसद के महत्व को रेखांकित किया.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>राजनाथ सिंह ने भी बताया रसद का महत्व</strong></p> <p style="text-align: justify;">राजनाथ सिंह ने कहा, "लॉजिस्टिक्स घरेलू और अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण घटक है. आज भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और हम 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहे हैं. लॉजिस्टिक्स समीक्षा और सुधारों की 21वीं सदी के अनुसार आज जरूरत है."</p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें- <a title="UNSC का स्थायी सदस्य बनने के लिए भारत प्रबल दावेदार क्यों? विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताए कारण" href="https://ift.tt/42CPmDh" target="">UNSC का स्थायी सदस्य बनने के लिए भारत प्रबल दावेदार क्यों? विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताए कारण</a></strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें- <a title="Coal Scam: ED के नोटिस पर देर रात पेशी के लिए पहुंचीं थी मेनका गंभीर, दफ्तर पर मिला ताला, अब दोबारा समन जारी" href="https://ift.tt/k1OLGrh" target="">Coal Scam: ED के नोटिस पर देर रात पेशी के लिए पहुंचीं थी मेनका गंभीर, दफ्तर पर मिला ताला, अब दोबारा समन जारी</a></strong></p> TAG : imdia news,news of india,latest indian news,india breaking news,india,latest news,recent news,breaking news,news SOURCE : https://ift.tt/mgTKH1w
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