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BKU Remove Tikait Brothers: भारतीय किसान यूनियन से राकेश टिकैत और नरेश टिकैत निकाले गए, जानिए किसे मिली कमान

BKU Remove Tikait Brothers: भारतीय किसान यूनियन से राकेश टिकैत और नरेश टिकैत निकाले गए, जानिए किसे मिली कमान
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<p style="text-align: justify;"><strong>BKU Remove Rakesh Tikait and Naresh Tikait:</strong> किसानों के बड़े नेता स्वर्गीय महेन्द्र सिंह टिकैत की 11वीं पुण्यतिथि पर ही उनकी बनाई भारतीय किसान यूनियन BKU दो धड़ों में बट गई. रविवार को लखनऊ के गन्ना संस्थान सभागार में यूनियन के कार्यकारिणी की बैठक में महेंद्र सिंह टिकैत के दोनों बेटे नरेश टिकैत और राकेश टिकैत को भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) से बर्खास्त कर दिया गया. नरेश टिकैत को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है. BKU के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे राजेश सिंह चौहान के नेतृत्व में नया किसान संगठन &nbsp;बनाया गया है. राजेश सिंह को BKU (अराजनैतिक) का नया अध्यक्ष बनाया गया है. अध्यक्ष बनते ही राजेश सिंह ने आरोप लगाया कि नरेश टिकैत और राकेश टिकैत राजनीति करने वाले लोग हैं. विधानसभा चुनाव में उन्होंने एक दल का प्रचार करने के लिए कहा था.&nbsp;</p> <p style="text-align: justify;">BKU के नए अध्यक्ष राजेश सिंह चौहान ने दावा किया है कि हम किसी राजनैतिक दल से नहीं जुड़ेंगे. हम &nbsp;किसान नेता महेन्द्र सिंह टिकैत के मार्ग पर चलेंगे चलने वाले हैं और हम अपने सिद्धांतों को विपरीत नहीं जाएंगे. मीडिया से बात करते हुए राजेश सिंह चौहान ने कहा कि BKU (अराजनैतिक) का अध्यक्ष हूं. हम 13 दिन आंदोलन के बीच रहे. आंदोलन के दौरान मैंने चंदे का रुपया नहीं छुआ. हमारा काम किसान को सम्मान दिलाना है. राजेश सिंह चौहान यूपी के फतेहपुर जिले के रहने वाले हैं और BKU के गठन से उसके साथ हैं. उनका कहना है कि हम अब नए सिरे से संगठन को तैयार करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि देश के किसान नेता राकेश तथा नरेश टिकैत के हर कदम से बेहद नाराज हैं. हमने तो हर मंच पर किसानों की समस्याओं को उठाने का संकल्प लिया है. लेकिन किसानों के हित की बात करने की जगह नरेश टिकैत तथा राकेश टिकैत कुछ चाटुकारों के बीच फंसे हैं.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>राजेश सिंह चौहान बने नए किसान यूनियन अध्यक्ष<br /></strong>किसान आन्दोलन के बाद से BKU नेताओं में शुरू हुई अनबन ने रविवार को दो अलग -अलग रास्ते चुन लिए हैं. हालांकि यूनियन में बढ़ते असंतोष का संज्ञान लेते हुए ही असंतुष्ट किसान नेताओं को मनाने के लिए BKU के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत शुक्रवार को ही लखनऊ पहुंच गए थे. शुक्रवार देर रात तक असंतुष्ट गुट से उनकी समझौता वार्ता होती रही, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. इसके बाद शनिवार शाम टिकैत लखनऊ से मुजफ्फरनगर के लिए वापस लौट गए. ऐसे में रविवार को कार्यकरिणी की बैठक में राजेश सिंह चौहान को BKU (अराजनैतिक) का नया अध्यक्ष बनाया गया. इस मौके पर मेरठ के राजपाल त्यागी ने राकेश टिकैत पर आरोप लगाये हैं. उनका कहना है कि राकेश टिकैत के नेतृत्व में संगठन बाबा टिकैत के आदर्शों से भटक गया था. बिजली, खाद, पानी के मुद्दों पर संघर्ष की बजाय ईवीएम की रक्षा करने में लग गया है, जो किसान संगठन का काम नहीं है. भाकियू अराजनीतिक था, उसे &nbsp;अराजनीतिक ही रहना चाहिए. राकेश टिकैत अब राजनीतिक होने लगे थे इसलिए उन्हें संगठन से बाहर करना जरूरी हो गया था.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>35 साल पहले बना था भारतीय किसान यूनियन</strong><br />1 मार्च 1987 को महेंद्र सिंह टिकैत ने किसानों के मुददे को लेकर भाकियू का गठन किया था. इसी दिन करमूखेड़ी बिजलीघर पर पहला धरना शुरू किया. इस धरने के दौरान हिंसा हुई थी, तो किसान आंदोलन उग्र हो गया. पीएसी के सिपाही और एक किसान की गोली लगने से मौत हो गई. पुलिस के वाहन फूंक दिए गए. बाद में बिना हल के धरना समाप्त करना पड़ा. 17 मार्च 1987 को यूनियन की पहली बैठक हुई, जिसमें निर्णय लिया कि BKU किसानों की लड़ाई लड़ेगी और हमेशा गैर-राजनीतिक रहेगी. इसके बाद से पश्चिम उत्तर प्रदेश में यूनियन किसानों के मुद्दे उठाने लगी. आज इस BKU में दो फाड़ हो गई.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें:</strong></p> <p><strong><a title="Gyanvapi Masjid Survey: तालाब पर तनातनी, मलबे का ढेर, दीवारों पर पुताई, दूसरे दिन के सर्वे में क्या-क्या हुआ" href="https://ift.tt/k8NTxgF" target="">Gyanvapi Masjid Survey: तालाब पर तनातनी, मलबे का ढेर, दीवारों पर पुताई, दूसरे दिन के सर्वे में क्या-क्या हुआ</a></strong></p> <p><strong><a title="Rahul Gandhi in Chintan Shivir: चिंतन शिविर में बोले राहुल गांधी - कांग्रेस की तरह संवाद की छूट नहीं दे सकती बीजेपी और RSS" href="https://ift.tt/q7Pz0WA" target="">Rahul Gandhi in Chintan Shivir: चिंतन शिविर में बोले राहुल गांधी - कांग्रेस की तरह संवाद की छूट नहीं दे सकती बीजेपी और RSS</a></strong></p> <div class="uk-grid-collapse uk-grid"> <div class="uk-width-3-5 fz20 p-10 newsList_ht uk-first-column">&nbsp;</div> </div> TAG : imdia news,news of india,latest indian news,india breaking news,india,latest news,recent news,breaking news,news SOURCE : https://ift.tt/YpuXxbl

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