Defense Companies in Profit: कॉर्पोरेटाइजेशन के बाद रक्षा कंपनियों ने कमाया खूब मुनाफा, जानें कितना हुआ लाभ
<p style="text-align: justify;"><strong>Defense Companies in Profit:</strong> देश की रक्षा कंपनियों के कॉर्पोरेटाइजेशन की बाद एक बड़ी खुश-खबरी सामने आई है. रक्षा मंत्रालय के अधीन सभी सात बड़ी डिफेंस पीएसयू में से छह ने कॉर्पोरेटाइजेशन के छह महीने के भीतर ही बड़ा मुनाफा कमाना शुरु कर दिया है. जबकि पिछले तीन सालों से ये सभी सातो कंपनियां घाटे में चल रहीं थीं. इसके साथ ही एक कंपनी को तो 500 करोड़ के गोला-बारुद का एक्सपोर्ट ऑर्डर भी मिल गया है.</p> <p style="text-align: justify;">रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को बयान जारी कर बताया कि यंत्र इंडिया लिमिटेड (वाईआईएल) को छोड़कर सभी सातों कंपनियों ने अक्टूबर 2021 से लेकर इस साल अप्रैल तक यानि छह महीने में कुल 8400 करोड़ का टर्न-ओवर किया है. इनमें से म्युनिशेन इंडिया लिमिटेड (एमआईएल) को 500 करोड़ का एक्सपोर्ट ऑर्डर भी मिला है और 28 करोड़ का मुनाफा भी किया है. जबकि पिछले तीन सालों से ये कंपनी 677 करोड़ के घाटे में चल रही थी. हालांकि, वाईआईएल कंपनी अभी भी 111 करोड़ के घाटे में चल रही है लेकिन उसे भी भारतीय रेल से एक्सेल बनाने का एक बड़ा ऑर्डर प्राप्त हुआ है.</p> <p style="text-align: justify;">बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में दशहरा के मौके पर सरकार ने ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड (ओएफबी) के अधीन 41 कंपनियों और फैक्ट्रियों का कॉर्पोरेटाइजेशन कर 7 नई डिफेंस पीएसयू बना दी थीं. ओएफबी में काम करने वाले कर्मचारियों ने कॉर्पोरेटाइजेशन का विरोध भी किया था. लेकिन सरकार ने भरोसा दिया था कि किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाला जाएगा और इन कंपनियों को प्रॉफिट मेंकिग कंपनियों में बदलने का प्रयास किया जाएगा. इसके अलावा उन्नत किस्म के गोला-बारुद, हथियार और दूसरे सैन्य साजो सामान इन कंपनियों और फैक्ट्रियों में बनाया जाएगा.</p> <p style="text-align: justify;">रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, बाकी पांच डिफेंस पीएसयू के मुनाफे और घाटे का आंकड़ा कुछ इस प्रकार है.</p> <p style="text-align: justify;"> <strong>नई डिफेंस कंपनी </strong> <strong>पिछले तीन सालों में औसत छमाही मुनाफा/घाटा</strong> <strong>पिछले छह महीने का लाभ/घाटा</strong><br /> <br />1. आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड (अवनी) (-)164 करोड़ 22 करोड़</p> <p style="text-align: justify;">2. इंडिया ऑप्टल लिमिटेड (आईओएल) (-) 5.67 करोड़ 60.44 करोड़<br /> <br />3. एडवांस वैपन्स एंड इंक्यूपमेंट लिमिटेड (एडब्लूई इंडिया) (-) 398 करोड़ 4.84 करोड़</p> <p style="text-align: justify;">4. गिलाईडर्स इंडिया लिमिटेड (जीआईएल) (-) 43.67 करोड़ 1.32 करोड़</p> <p style="text-align: justify;">5. ट्रूप कम्फर्ट लिमिटेड (टीआईएल) (-) 138 करोड़ 26 करोड़</p> <p style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ेंः</strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong><a title="International Drugs Syndicate: 'दुबई में बैठकर दिल्ली के शाहीन बाग भेजी 50 किलो हेरोइन', NCB को मास्टरमाइंड की तलाश" href="https://ift.tt/qKcP0LQ" target="">International Drugs Syndicate: 'दुबई में बैठकर दिल्ली के शाहीन बाग भेजी 50 किलो हेरोइन', NCB को मास्टरमाइंड की तलाश</a></strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong><a title="Pakistani Drone:अमृतसर में पाकिस्तानी साजिश नाकाम, पकड़ा गया 'मेड इन चाइना' का ड्रोन" href="https://ift.tt/xYhm2Xw" target="">Pakistani Drone:अमृतसर में पाकिस्तानी साजिश नाकाम, पकड़ा गया 'मेड इन चाइना' का ड्रोन</a></strong></p> TAG : imdia news,news of india,latest indian news,india breaking news,india,latest news,recent news,breaking news,news SOURCE : https://ift.tt/94QlmLy
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