
<p style="text-align: justify;"><strong>Investors Wealth:</strong> शेयर बाजार (Stock Market) में आई रिकवरी के चलते निवेशकों की संपत्ति ( Investors Wealth) में जबरदस्त इजाफा हुआ है. बीचे एक महीने में निवेशकों की संपत्ति में 21 लाख करोड़ रुपये का उछाल आया है. 17 जून, 2022 को बीएसई ( BSE) में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाईजेशन ( Market Capitalization) 235 लाख करोड़ रुपये के करीब था जो अब बढ़कर 256 लाख करोड़ रुपये हो गया है. बीते कई महीनों ने विदेशी पोर्टफोलियो इंवेस्टर्स ( FPI) लगातार बिकवाली कर रहे थे. लेकिन जुलाई महीने में उन्हें बाजार में खरीदारी करते देखा गया है. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>कमोडिटी के दामों में गिरावट से राहत</strong><br />दरअसल कमोडिटी के दामों में 20 से 30 फीसदी की गिरावट आई है. तो कच्चे तेल के दामों में भी ऊपरी स्तरों से नरमी आई है. विदेशी निवेशकों की बिकावली रफ्तार धीमी पड़ी है जिससे शेयर बाजार का मूड बदला है. एमएफएमसीजी, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, रियल एस्टेट और पावर सेक्टर्स के शेयरों में खरीदारी के चलते बाजार में तेजी देखी जा रही है. मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में 7 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>महंगाई घटने की उम्मीद </strong><br />बहरहाल बाजार की नजर अगले महीने आरबीआई के मॉनिटरी पॉलिसी पर भी है. आरबीआई ब्याज दरों को लेकर क्या निर्णय लेता है. वैसे खुदरा महंगाई दर 7.79 फीसदी के लेवल से 7.01 फीसदी पर आ चुका है. लेकिन आरबीआई के टारगेट 6.7 फीसदी से ज्यादा है तो टोरलेंस लेवल से भी ऊपर है. ऐसे में माना जा रहा है कि आरबीआई फिर से रेपो रेट में बढ़ोतरी का फैसला ले सकती है. वैसे हाल ही में आरबीआई गर्वनर ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी छमाही से महंगाई दर में कमी आने लगेगी. बाजार इससे भी राहत की सांस ले रहा है. क्योंकि महंगाई घटी तो आने वाले त्योहारों के सीजन में मांग बढ़ाने में मदद मिलेगी. इसका फायदा कॉरपोरेट जगत को होगा तो शेयर बाजार में भी तेजी आ सकती है. </p> <p>ये भी पढ़ें</p> <p><strong><a title="GST Rate Hike: पैक्ड फूड पर 5% GST के फैसले पर वित्त मंत्री की सफाई, गैर-बीजेपी शाषित राज्यों की सहमति से हुआ फैसला" href="
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